दोस्तों आज हमारे देश में नागरिकता संशोधन कानून यानी CAA और NRC और NPR के ख़िलाफ़ लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है
जब से नागरिकता मिलने कानून का रूप ले है तब से लगातार लोग इस कानून को वापस लेने की मांग कर रहे हैं और इसके बाद आप लोगों ने देखा होगा कई ऐसे पड़ोसी मुल्क भी हैं जिन्होंने नागरिकता संशोधन कानून के उपर अपनी राय रखी है
लेकिन अभी ताजा अपडेट यह है कि बांग्लादेश की तरफ से एक बहुत बड़ा बयान आया है जो की नागरिकता संशोधन कानून को लेकर गए तो बांग्लादेश की दूसरी बार एक बड़ी टिप्पणी है जो कि इस कानून को लेकर के है
क्या कुछ कहा बांग्लादेश में एक एक करके हम आपको बताएंगे लेकिन उससे पहले अगर आपको भी लगता है कि हमारे देश को नागरिकता संशोधन कानून ईसीए प्यार की जरूरत नहीं है
तो आप इस वीडियो को लाइक करें चैनल को सब्सक्राइब जरूर करें उसे भारत में नागरिकता संशोधन कानून यानी सीएनजी और हत्या के विरोध में राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए पड़ोसी देश बांग्लादेश से पत्र या एक मीटर आया है जिसमें कुछ बातें लिखी गई है
पत्र में बांग्लादेश शिक्षाविद मुरता जहाँ ने पीएम मोदी को पत्र में भारत की धर्मनिरपेक्ष परंपरा की याद दिला आई है इसके साथ पत्र में भारत में लोगों को बांटने के लिए गति नियम या कटीली तार या दीवार नहीं बनने का आग्रह किया गया है
मुमताज़ अहमद आदेश फोरम फॉर एजुकेशन डेवलपमेंट के संस्थापक सदस्य हैं इसके साथ ही वे समस्याओं के प्रोफेशनल भी रह चूके हैं मुमताज़ ने लिखा है कि हम हमेशा से भारत को एक लोकतांत्रिक इस और जीवंत लोकतंत्र के रूप में देखते रहे लेकिन जीस तरह से एक नया कानून लाया है
नागरिकता संशोधन कानून को देश में लोगों को बांटने का कानून है तो इसलिए हम देश की प्रधानमंत्री जो की नरेंद्र मोदी जी है उनसे आग्रह करते हैं कि ऐसा कोई कानून ना लाया जाए जिससे देश में लोग अलग अलग हो जाएंगे उन्होंने आगे लिखा कि हमें संशोधित नागरिक कानून के लागू किए जाने है माता पिता पंजी की संभावना से हम भारत को नहीं समझ पा रहे हैं
मैं अपनी भावनाओं व्यक्त करते हुए आपसे आग्रह कर रहा हूँ कि और इसलिए आपको या पत्र लिख रहा हूँ कि मालूम हो कि मुमताज़ जहाँ एक सेकुलर बांग्लादेश अब एकाद स्टोरेज घटक दलाल निर्मूल जो है कमिटी के सक्रिय सदस्य भी हैं इस बात पे हम जो हैं भारत से आग्रह करते है कोई भी ऐसा कानून लागू न किया जाए जिसे भारत एक सेकुलर जो राष्ट्र है
उसके ऊपर कोई सवाल खड़े किए जाएं तो यह बात कही गई है मैं इस के पुत्र भी आपको दिखा देता हूँ क्योंकि आज कल ये सब चीजें जरूरी हैं आप सभी को पता है किस तरह से ठाक चल रहा है ये जनसत्ता की रिपोर्ट में रिपोर्ट नहीं है
सत्ता को देखने वाला होगा सही से ठीक है फिर भी मैं आपके सामने स्टेशन में दिखा दूंगा आप देख सकते हैं इससे आपकी प्रतिक्रिया क्या है अपना जवाब मैने उसमें जरूर दीजिए और हाँ इस पोस्ट को लाइक करें